Jharkhand Niyojan Niti 2023 Jharkhand Staff Selection Commission के द्वारा 16 दिसंबर 2022 को एक बहुत ही बड़ा नोटिस जारी किया गया।
जिसके अंतर्गत झारखंड में जितने भी वैकेंसी निकाली गई थी। जिसका एग्जाम जेएसएससी द्वारा कराया जाना था लेकिन एग्जाम से कुछ दिन पहले जेएसएससी द्वारा एक नोटिफिकेशन जारी किया गया जिसके अंतर्गत एक्जाम कलैंडर के माध्यम से होने वाली सभी आगामी परीक्षाओं को रद्द कर दिया गया।

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एग्जाम रद्द होने के बाद से ही सभी अभ्यर्थियों का बस एक ही कहना था की जेएसएससी जल्द से जल्द अपना एग्जाम कराएं। और झारखंड सरकार पहले से बेहतर और नई नियोजन नीति लाए।
झारखण्ड में नियोजननीति 2016 ही लागू करना चहिए झारखंड सरकर को
झारखंड में हाई स्कूल टीचर नियुक्ति में अभ्यर्थियों के साथ भेदभाव हो रहा है सभी सब्जेक्ट में m.a. नहीं मांगा है लेकिन संस्कृत में क्यों मांगा गया है। विज्ञापन नियमावली के अनुसार ही संस्कृत में भी अभ्यर्थियों के साथ स्नातक + बी एड ही मांगना चाहिए, नियुक्ति के अंतिम चरण में इस प्रकार का बदलाव बिल्कुल उचित नहीं है। इससे कई झारखंड के परिवारों का भविष्य खतरे में है। इतनी मुश्किलों से महिलाएं शादी के बाद पढ़ाई लिखाई करती है और एग्जाम देते हैं और पास होने के बाद भी उनका भविष्य इस तरह से गर्त में चला जाता है।बावजूद इसके अभ्यर्थियों को छोड़ दिया जा रहा है और अभी जब वेरिफिकेशन हो रहा है तो उसमें m.a. का सर्टिफिकेट भी नहीं देखा जा रहा है इससे झारखंड के लोगों के साथ अन्याय हो रहा है।यह कमेंट हेमंत सोरेन के पास पहुंचना चाहिए क्योंकि इससे झारखंड की उन्नति प्रगति भी जुड़ी है युवा अगर इस तरह से बेरोजगार बैठे रहेंगे एग्जाम देने के बाद पास होने के बाद भी तो झारखंड वासियों के साथ यह अन्याय के अलावा कुछ भी नहीं।